भारत के लिए ना सही किसी और देश के लिए तो खेल सकता हूं: श्रीसंत
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा लगाए गए जीवनभर के प्रतिबंध से परेशान पूर्व क्रिकेटर एस. श्रीसंत ने कहा कि वह किसी और देश के लिए खेल सकते हैं। अगस्त में एकल पीठ द्वारा जारी किए गए फैसले में श्रीसंत पर से जीवन प्रतिबंध को हटा लिया गया था लेकिन बीसीसीआई ने इसके खिलाफ केरल हाईकोर्ट में अपील की जिसे हाइकोर्ट ने सही ठहराया और 17 अक्टूबर को गेंदबाज पर लगे जीवनभर के प्रतिबंध को बरकार रखा है।
इस फैसले के बाद एक साक्षात्कार में श्रीसंत ने संकेत दिए हैं कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने प्रतिबंध लगाने के बाद उनके पास किसी अन्य देश के लिए क्रिकेट खेलने की पूरी आजादी है क्योंकि यह एक निजी कंपनी है।
श्रीसंत ने कहा, “बीसीसीआई ने प्रतिबंध लगाया है आईसीसी ने नहीं। अगर भारत नहीं है, तो मैं किसी भी दूसरे देश के लिए खेल सकता हूं क्योंकि अभी मेरी उम्र 34 साल है और मैं अभी छह साल तक क्रिकेट खेल सकता हूं। मुझे क्रिकेट पसंद है और मैं क्रिकेट खेलना चाहता हूं। बीसीसीआई एक निजी कंपनी है। यह केवल हम कहते हैं कि यह भारतीय टीम है, लेकिन आप जानते हैं कि बीसीसीआई एक निजी संस्था है”।
इस बीच बीसीसीआई ने शुक्रवार को ये साफ कर दिया है कि श्रीसंत किसी दूसरे देश के लिए क्रिकेट नहीं खेल सकते हैं। श्रीसंत पर वापस प्रहार करते हुए बोर्ड ने स्पष्ट किया कि वह किसी अन्य देश के लिए नहीं खेल सकते
बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के नियम किसी भी प्रतिबंधित खिलाड़ी को यह सुविधा नहीं देते हैं कि वह किसी अन्य देश के लिए खेल सके।
चौधरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “आईसीसी इस मसले पर बहुत स्पष्ट है कि जिस खिलाड़ी को किसी भी पूर्ण सदस्य द्वारा प्रतिबंधित किया गया है, वह किसी भी अन्य पूर्ण सदस्य के लिए नहीं खेल सकते हैं।”
चौधरी ने आगे कहा कि श्रीसंत अभी खाली बातों में शामिल हैं और बीसीसीआई अपनी कानूनी स्थिति से अच्छी तरह अवगत हैं। उन्होंने कहा, “यह सब सिर्फ खाली बाते हैं और बीसीसीआई अपनी कानूनी स्थिति अच्छी तरह जानता है।”