हम शांति चाहते हैं, लेकिन उकसाने पर हम यथोचित जवाब देने में सक्षम हैं : भारत और चीन के बीच झड़प को लेकर पीएम मोदी

चीन को सबक सिखाने का वक्त आ गया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा है कि भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है अगर कोई भी भारत की अखंडता और संप्रभुता को धूमिल करने की कोशिश करेगा तो उसे करारा जवाब मिलेगा। और कोई भी हमें भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करने से रोक नहीं सकता।
बीते कई दिनों से भारत और चीन के बीच माहौल बेहद गर्म है और इसी गर्म माहौल के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को दो टूक जवाब देते हुए कहा है कि हम शांति की पेशकश करते हैं, लेकिन अगर भारत को कोई भी उकसाने की कोशिश किया तो भारत उसको मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है। कोई भी यह भ्रम ना पाले की भारत कुछ कर नहीं सकता।
यह तो भारत की मानवता है कि वह पहले किसी पर वार नहीं करता लेकिन अगर भारत की संप्रभुता और अखंडता को कोई ललकारे तो भारत पीछे भी नहीं हटता। भारत हमेशा से मानवता की राह पर चला आ रहा है और इसी राह पर चलने की वजह से उसने कई घाव भी झेले हैं। लेकिन अब भारत को अपनी नीति बदलने की जरूरत है इसके संकेत भी हमारे रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह बहुत पहले ही दे चुके हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बातचीत करने से पहले संक्षिप्त संबोधन में कहा कि हमने हमेशा सहयोग और दोस्ताना तरीके से काम किया है और हमेशा विश्व के कल्याण की कामना की है। पीएम मोदी ने कहा भारत में हमेशा मतभेद को समझाने की कोशिश की है और भारत हर हाल में शांति का पक्षधर रहा है। लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि भारत को उकसाने पर कोई जवाब नहीं दिया जाएगा भारत को हराने पर यथोचित जवाब देने में भारत सक्षम है। हम कभी किसी को भी उकसाते नहीं है लेकिन हम अपने देश की अखंडता और संप्रभुता से समझौता भी नहीं करते हैं।