१४ साल की उम्र में यह लड़का बन गया पायलट

भारत में हुनर की कमी नहीं है अपने हुनर से वह विश्व के स्तर पर अपना नाम रोशन करने में लगा हुआ है. हाल ही में एक भारतवंशी बच्चे ने अपने नाम रिकॉर्ड कायम कर भारत का नाम रोशन किया है.

14 साल की उम्र जो की बच्चों की पढ़ाई की उम्र होती है अगर कोई बच्चा इस उम्र में पायलट बन जाए तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं होगा. क्योंकि इस उम्र में अमूमन बच्चे अपनी जिंदगी की दिशा ही नहीं तय कर पाते. मगर 14 साल के एक लड़के ने अपनी जिंदगी की दिशा तय कर ली और उस सपने को भी पा लिया. जिसको वह बचपन से देखता आ रहा है. हम बात कर रहे हैं संयुक्त अरब अमीरात में रहने वाले एक भारतवंशी लड़के मंसूर अनीस की, जिन्होंने 14 साल की उम्र में एक धमाल कर दिया.

इस बच्चे ने इंजन वाले विमान को उड़ा कर अपने लिए पायलट का लाइसेंस प्राप्त कर लिया है. वह अब कमर्शियल रूप से विमानों में पायलट का काम कर सकता है. कनाडा के इस विमान वाले इंजन को उड़ाने वाले मंसूर अनीस सबसे कम उम्र की पायलट बन गए हैं. मंसूर अनीस ने यह विमान तकरीबन 10 मिनट तक उड़ाया था.  मंसूर अनीस को पिछले सप्ताह कनाडा की ऐविएशन अकैडमी से सिंगल इंजन फ्लाइट उड़ाने का सर्टिफिकेट मिला है. दुबई के एक समाचार पत्र में प्रकाशित खबर के अनुसार, मंसूर अनीस ने सेसना 152 एअरक्राफ्ट नाम की फ्लाइट को उड़ाया. बताया जा रहा है कि मंसूर अनीस को स्टूडेंट पायलट परमिट मिला हुआ है.

आपको बता दे की इससे पहले भारत की आयशा अजीज महज 16 साल की उम्र में देश की सबसे कम उम्र की पायलट बनी थीं. उन्हें 2011 में स्टूडेंट पायलट का लाइसेंस मिला था. वे वर्ली के एक बिजनसमैन की बेटी है. उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की.

गौरतलब है की दुनिया में सबसे कम उम्र का पायलट बनने का रेकॉर्ड जर्मनी के एक लड़के के नाम था. जिसने 15 साल की उम्र में जर्मनी सर्टिफिकेट हासिल किया था. इसके बाद 34 घंटे की ट्रेनिंग पूरी करने वाले अमेरिका के 14 साल के एक लड़के को यह खिलाब मिला था.

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