पाकिस्तान की पहचान दहशतगर्द के रुप में बनी: सुषमा स्वराज

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित कर रही हैं जहां उन्होंने अपने भाषण में पूरे विश्व के लिए पैदा हो रही कई समस्याओं को लेकर बात की। विदेश मंत्री ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई, जलवायु परिवर्तन और सुरक्षा परिषद में सुधार जैसे मुद्दों को उठाया है।

सुश्री स्वराज ने पिछले साल की तरह इस बार भी अपना भाषण हिंदी में दिया। शुक्रवार को विदेश मंत्री ने उनके भाषण को अंतिम रुप देने के लिए काफी समय खर्च किया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अन्य बातों के अलावा आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की मांग भी उठाई। साथ ही उन्होंने जलवायु परिवर्तन और 21 वीं सदी में भारत की उभरती हुई भूमिका के बारे में भी बताया।

सुषमा स्वराज ने यूएन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए विकास कार्यों के बारे में चर्चा की। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार ने जनधन योजना के तहत 30 करोड़ लोगों को बैंक तक पहुंचाया।

उन्होंने आंतकवाद को पूरे विश्व के लिए एक बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि मेरा आतंकवाद या उसका आंतकवाद ना कहें बल्कि इसके खिलाफ सभी एकजुट होकर इसके खिलाफ लड़ें।

सुषमा स्वराज ने अपने भाषण में पाकिस्तान पर सीधा प्रहार किया और पाकिस्तान को आंतकवाद पैदा करने वाला देश बताया। उन्होंने कहा, ‘हमनें स्कोलर, वैज्ञानिक, चिकित्सक, इंजीनियर पैदा किए और पाकिस्तान ने दहशतगर्द और ज़ेहादी पैदा किए। हमने आईटी कैंप बनाएं और पाकिस्तान ने आतंकी कैंप बनाए।’

विदेश मंत्री ने अपने संबोधन के आखिर में कहा कि ‘हम सभी के सुख की कामना करते हैं’। ऐसे ही श्लोक के साथ उन्होंने अपना भाषण खत्म किया। उन्होंने श्लोक पढ़ते हुए कहा, ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुख भागभवेत।’

जिसका अर्थ भी उन्होंने बताया। उन्होंने आगे कहा- ‘सभी सुखी हो। सभी स्वस्थ हो। सभी अपने इर्द गिर्द अच्छा ही अच्छा देखे। कोई भी दुखी ना हो।’

Share this story