नेपाल को पाकिस्तान नहीं बनने देंगे, प्रचंड चाहते हैं कि ओली अपना पद छोड़ दें

माना जा रहा है कि कोरोनावायरस के कहर के थमते ही नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपना पद छोड़ देंगे। केपी शर्मा ओली पर दबाव बनाया जा रहा है कि वह अपना पद त्याग दें। इसी दौरान अली ने पार्टी के सामने कोरोना संकट के बहाने थोड़ा वक्त और मांगा है।
बैठक के दौरान तमाम नेता चाहते थे कि प्रधानमंत्री अपने पद से त्याग दे दे। एक सदस्य ने कहा, ”जिस तरह बुधवार को दहल बोले, उससे साफ संदेश मिल जाता है कि ओली की स्थिति ठीक नहीं है। प्रचंड ने ओली को साफ और कठोर संदेश दे दिया था।”
प्रचंड ने जवाब देते हुए कहा, ”हमने सुना है कि सत्ता में बने रहने के लिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान या बांग्लादेश मॉडल पर काम चल रहा है। लेकिन इस तरह के प्रयास सफल नहीं होंगे। भ्रष्टाचार के नाम पर कोई हमें जेल में नहीं डाल सकता है। देश को सेना की मदद से चलाना आसान नहीं है और ना ही पार्टी को तोड़कर विपक्ष के साथ सरकार चलाना संभव है।”
सूत्रों के अनुसार खबर आई है कि प्रधानमंत्री और जी ने गुरुवार को प्रचंड को अपने निवास स्थान पर बुलाया और खुद को शर्मिंदगी से बचाने के लिए एक समझौते तक पहुंचने की बहुत कोशिश की। हालांकि पहले यह साफ कर दिया कि वह उनके खेमे के लोग अपने रुख में बदलाव नहीं करेंगे।
पार्टी के केंद्रीय सचिवालय की अगली बैठक अब दो मई को होगी। माना जा रहा है कि इस बैठक में ओली पर एक बार फिर जल्दी से जल्दी पद छोड़ने का दबाव बढ़ेगा। अपने खिलाफ बने माहौल को देखते हुए प्रधानमंत्री ओली ने गुरुवार को प्रचंड को अपने निवास पर बुलाया और शर्मिंदगी से बचने के लिए उन्होंने समझौते पर पहुंचने की कोशिश की। हालांकि, दहल ने साफ कर दिया है कि वह या उनके खेमे के लोग अपने रुख में बदलाव नहीं करेंगे। को