चीन के लिए काल बनता जा रहा है कोरोना वायरस अब तक 400 से ज्यादा लोगों की हो चुकी है

चीन में कोरोना वायरस अपना कहर बरसा रहा है । मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है ।विष की तरह कोरोना वायरस का संक्रमण फैलता जा रहा है । अब तक इस वायरस से 425 लोगों की जान जा चुकी है और करीब 21000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। यह संख्या 2003-2004 में बीजिंग में सार्स (SARS) वायरस से हुई मौतों की संख्या से ज्यादा हो चुकी है। चीन के हुबेई प्रांत का वुहान शहर कोरोना का केंद्र बना हुआ है।
हुबेई प्रांत में सबसे ज्यादा लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया के 18 से ज्यादा देशों में कोरोना ने पैर पसार लिए हैं। जबकि कई देशों ने एयरलिफ्ट करके अपने लोगों को निकालना शुरू कर दिया है।
चीन के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के लिए यह वायरस खतरनाक साबित हो सकता है। मरने वालों की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। वहीं चीन ने अमेरिका के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा है कि अमेरिका मदद करने की बजाय लोगों को डरा रहा है। पिछले कुछ महीनों से अमेरिका और चीन में व्यापार को लेकर टकराव चल रहा है जिसको लेकर चीन ने अमेरिका पर निशाना साधा है ।
चीन ने 10 दिन में तैयार किया अस्पताल
जिस तरह से लोग लगातार इस वायरस से संक्रमित हो रहें हैं यह एक चिंता का विषय हैं। उधर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ आपतकाल घोषित कर दिया है। हालंकि कोरोना वायरस से मुकाबला के लिए चीन ने 10 दिनों के अंदर 1000 बेड वाला अस्पताल बनाकर तैयार कर लिया है। जबकि 1500 बेड वाला दूसरा अस्पताल जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा।
चीन के लिए अभिशाप बन चुकी कोरोना की महामारी के बीच भारत सरकार वहां फंसे अपने नागरिकों को वापस ला रही है। शनिवार को एअर इंडिया की स्पेशल फ्लाइट चीन से 324 भारतीयों को लेकर नई दिल्ली पहुंची थी। रविवार की सुबह भी एअर इंडिया का एक और विमान भारतीयों को लेकर नई दिल्ली पहुंचा।
सांपों और चमगादड़ों से इंसानों तक पहुंचा कोरोना वायरस
वैज्ञानिकों के मुताबिक यह वायरस सांपों और चमगादड़ों से फैला है, क्योंकि यह वायरस इन्हीं में पाया जाता है। चीन के लोग सांप और चमगादड़ को खाते हैं, जिसके चलते सांपों और चमगादड़ों में से यह वायरस इंसानों तक पहुंचा। अब यह कहर बरसा रहा है। इस वायरस से लड़ने के लिए वैज्ञानिकों ने दवा ढूंड निकली है, एचआईवी से बनने वाले दवा ही इस वायरस से निजात दिलाने में कारगर साबित हो सकती है।