चक्रवाती तूफ़ान निसर्ग से ज्यादा नुक़सान नहीं हुआ महाराष्ट्र में ।

हाल ही में मौसम विभाग ने भारत के पश्चिमी तट स्थित राज्य महाराष्ट्र के कई जिलों जैसे ठाणे, रायगढ़ और पालघर और गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, भावनगर, भरुच ज़िलों तथा दादरा नगर हवेली और दमन एवं दीव में चक्रवाती तूफ़ान निसर्ग आने को आशंका जताई गई थी।
वही आज दोपहर 1बजे के बीच ने देश में प्रवेश किया लेकिन जिन जिन जगहों में इस चक्रवाती तूफान ने दस्तक दी वह ज्यादा नुक़सान नहीं हुआ है। ये तूफ़ान सबसे पहले अलीबाग से टकराया और वहां 4 मीटर तक की लंबी ऊंची लेहेरे उठी। लेकिन इस से मुंबई के रायगढ़ को भारी तबाही का सामना करना पड़ा।
देखिए कहा कहा किस रफ़्तार से आया चक्रवाती तूफ़ान निसर्ग
अलीबाग
इस एरिया 100 से 120 किलोमीटर के प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। जिसके कारण बहुत सारे पेड़ जड़ों से उखड़ गए।
उरण
यहां पर हवा की रफ़्तार इतनी तेज़ी से है कि लोगो के घरों के ऊपर लगे टीनशेड अपनी जगह से उखड़ गए और तेजी के साथ जमीन पर आ गिरे।
रायगड
इस चक्रवाती तूफान के कारण रायगड में खूब तबाही मचाई। और साथ ही घरों के आगे लगे टीनशेड कागज के पत्तों की तरह उखड़ गए। वही सड़कों पर पेड़ों के गिरने का मंजर भयभीत था। साथ ही सड़कों के किनारे लगे होर्डिंग अपनी जगह से उखड़ गए।
रत्नागिरी
सोशल मीडिया पर रत्नागिरी का एक छोटा सा वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें नाविक कहते दिखे कि आधे जहाज में पानी भर गया है और हमारी मदद कीजिए।
ये भयानक तूफ़ान तो टाल गया लेकिन अपने पीछे तबाही छोड़ गया जिससे उबरने में महाराष्ट्र के शहरों को लंबा समय लगेगा।