गायक अदनान सामी को लेकर भारतीय राजनीति में गर्माहट, मायावती ने साधा पीएम मोदी पर निशाना

गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत सरकार ने पद्म पुरस्कार पाने वाले के नाम की घोषणा की थी। जिसमे से सात प्रमुख हस्तियों को पद्म विभूषण, 16 शख्सियतों को पद्म भूषण और 118 लोगों को पद्मश्री सम्मान के लिए चुना गया है । जिसमे से एक नाम पाकिस्तानी मूल के भारतीय नागरिक और गायक अदनान सामी का भी है । अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई है।
कांग्रेस और एमएनएस ने साधा था निशाना
नागरिक सम्मान की घोषणा के बाद भारतीय राजनीति में अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किए जाने को लेकर सरकार पर विपक्ष तंज कसता दिख रहा है । कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने 26 जनवरी को ही ट्वीट करके विरोध करते हुए कहा था कि जिसके पिता ने भारत के खिलाफ पाकिस्तान की तरफ से युद्ध लड़ा था, उसको पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा ।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा सरकार की चमचागिरी यह प्रतिष्ठित सम्मान दिए जाने का नया मापदंड बन गया है। वहीं महाराष्ट्र नव निर्माण (एमएनएस) के नेता अमेय खोपकर ने कहा था कि अदनान सामी को पद्मश्री पुरस्कार दिए जाने की हम निंदा करते हैं, वह असली भारतीय नागरिक नहीं हैं, इसलिए हमारा ( एमएनएस) का विचार है कि अदनान सामी को यह सम्मान न दिया जाए ।
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी जताया विरोध
कांग्रेस और एमएनएस के विरोध के बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि
“पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी को जब बीजेपी सरकार भारतीय नागरिकता और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित कर सकती है, तो फिर जुल्म – ज्यादित के शिकार पाकिस्तानी मुसलमानों को वहां के हिन्दू, सिख, ईसाई आदि की तरह भारत में CAA के तहत पनाह क्यों नहीं दी जा सकती है? अंतः केंद्र सरकार CAA पर विचार करें तो बेहतर होगा।” बीएसपी सुप्रीमो ने यह ट्वीट करके अपना विरोध जताया है ।