पुलिस ने आगरा छापेमारी में पकड़ा मसाले बनाने वाले कारखाने में गधे और गोबर से बने मसालें

भारत के उत्तरी राज्य उत्तर प्रदेश की पुलिस का कहना है कि उन्होंने गधे, गोबर, एसिड और इस तरह के अन्य नकली अवयवों का उपयोग करके नकली मसाले बनाने वाले कारखाने का भंडाफोड़ किया है।
ताजमहल के लिए मशहूर शहर आगरा में स्थित इस कारखाने पर सोमवार को छापा मारा गया, जिसमें लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, हल्दी और गरम मसाला (मिश्रित मसाले) सहित विभिन्न प्रकार के नकली मसाले बड़ी मात्रा में पाए गए, जिन्हें गैर कानूनी तरीके से तैयार किया जा रहा था। टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन मसालों को कई स्थानीय ब्रांडों के नाम से बेचा जा रहा था।
शहर के संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रेम प्रकाश मीणा ने एक बयान में कहा कि अधिकारियों ने 300 किलोग्राम से अधिक नकली मसालों को जब्त कर लिया और "एसिड से भरे गधे, गोबर, घास, अखाद्य रंगों और ड्रमों" को भी पाया, जो नकली मसाले बनाने के लिए उपयोग किये जा रहे थे।
अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने परीक्षण के लिए 27 नमूने प्रयोगशाला में भेजे हैं। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा स्थापित दक्षिणपंथी हिंदू संगठन हिंदू युवा वाहिनी के सदस्य अनूप वार्ष्णेय, कारखाने के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
श्री मीणा के अनुसार, मसाला कारखाने के संचालन के लिए या ब्रांड के पंजीकरण के लिए लाइसेंस प्रदान करने में विफल रहा, जिसके तहत मसाले बेचने की तैयारी की जा रही थी।
अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि ये नकली मसाले या सामग्री कहाँ से सप्लाई और बेची जा रही है और यदि यह उन लोगों के लिए किसी गंभीर स्वास्थ्य को खतरा पैदा करने वाला है जो इसका सेवन कर सकते हैं।
भारत में खाद्य अपमिश्रण एक आम समस्या है और पिछले कुछ समय में नकली उत्पाद बनाने वाली कई फैक्ट्रियों का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पिछले महीने दक्षिणी शहर कटक में एक कारखाने पर छापा मारा गया था जहाँ हल्दी और मिर्च पाउडर जैसे मिलावटी मसाले पैदा किए जा रहे थे।