ये हैं देश के 14 फर्जी बाबा, VHP ने जारी की लिस्ट

बाबाओं के फर्जीवाडे को देखते हुए आज अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने फर्जी बाबाओं की लिस्ट जारी कर दी है। इलाहाबाद में सुबह 11 बजे हुई इस बैठक में ये बड़ा फैसला लिया गया। इसके बाद परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने सार्वजनिक रूप से ये लिस्ट जारी कर दी। इस लिस्ट में 14 बाबाओं के नाम हैं, जो धर्म के नाम पर गलत तरीके से लोगों को गुमराह कर रहे हैं। वहीं यहां और भी कई बड़े फैसले लिए गए हैं। जारी हुई लिस्ट में टॉप पर आसाराम बापू को जगह दी गई है। जबकि अपने काले कारनामों से इन दिनों चर्चा में रहे गुरमीत राम रहीम को चौथा स्थान मिला है। आखिर नाम मलखान सिंह हैं।

फर्जी बाबाओं की लिस्ट-
1. आसाराम बापू उर्फ आशुमल शिरमलानी, 2. सुखबिंदर कौर उर्फ राधे मां, 3. सच्चिदानंद गिरी उर्फ सचिन दत्ता, 4. गुरमीत राम रहीम सिहं, 5. ओमबाबा उर्फ विकेकानंद झा, 6. निर्मल बाबा उर्फ निर्मलजीत सिंह, 7. इच्छाधारी भीमानंद उर्फ शिवमूर्ति द्विवेदी, 8. स्वामी असीमानंद, 9. ओम नम: शिवाय बाबा, 10. नारायण साईं, 11. रामपाल, 12. आचार्य कुशमुनि, 13. वृहस्पति गिरी, 14. मलखान सिंह।

वहीं आखाड़ा परिषद की तरफ से इस लिस्ट को सरकार को भी सौंपा जाएगा। जिससे सरकार इन फर्जी बाबाओं के खिलाफ कड़ाई से पूछताछ करे और एक्शन ले सके।

संत की उपाधि पर भी फैसला
इस बैठक में लिस्ट के अलावा संत की उपाधि पर भी फैसला लिया गया। अखाड़ा परिषद ने संत की उपाधि देने के लिए एक प्रक्रिया तय करने का फैसला किया है। इस प्रक्रिया के तहत संत बनने वाले व्यक्ति की पूरी जांच होगी उसके बाद ही उसे यह उपाधि दी जाएगी।

कुछ लोगों की वजह से बन रही है गलत छवि- सुरेंद्र जैन
विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि, ‘संतों के बीच यह भावना है कि एक दो धार्मिक नेताओं के गलत कामों की वजह से पूरे समुदाय की छवि को गलत तरीके से दिखाया जा रहा है’। उन्होंने कहा, इस उपाधि को देने से पहले अखाड़ा परिषद यह भी देखेगा कि व्यक्ति की जीवनशैली किस तरह की है। यहां यह भी तय हुआ कि संत के पास नकदी या उसके नाम पर कोई प्रॉपर्टी नहीं होनी चाहिए।

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