गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में पिछले 48 घंटों में 30 बच्चों की मौत

लखनऊ। पिछले 48 घंटों(बुधवार रात से शुक्रवार रात तक) में गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में तीस बच्चों की मृत्यु हो गई है। शिशुओं को अस्पताल के निओ-नेटलट इंटेन्सिव केयर यूनिट और पेडियाट्रिक्स इंटेन्सिव केयर यूनिट में भर्ती कराया गया था। प्रत्येक यूनिट में दो दिनों में 15 मौतें हुईं हैं।

इससे पहले अगस्त में बीआरडी कॉलेज में ऑक्सीजन की आपूर्ति ना होने के कारण एक हफ्ते में 63 बच्चों की मृत्यु हो गई थी जिसके बाद अस्पताल खबरों में था। इस कारण मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को बर्खास्त कर दिया गया था और राज्य सरकार ने इस मामले की जांच का आदेश दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस घटना के चलते सभी तरफ से गंभीर आलोचना कीा सामना करना पड़ा था। तब उन्होंने कहा था यह क्षेत्र 1970 के दशक से एन्सेफलाइटिस रोग से जूझ रहा है।

घटना के बाद, एक उच्चस्तरीय समिति ने जांच में पाया था कि ऑक्सीजन विक्रेता को भुगतान ना होने या देरी से भुगतान होने के कारण आपूर्ति ठप हो गई थी जिसके कारण बच्चों की मौत हुई। जांच के मुताबिक इस देरी के लिए वरिष्ठ महिला आईएएस अधिकारी तथा अतिरिक्त मुख्य सचिव (मेडिकल हेल्थ) अनीता भटनागर जैन को दोषी पाया गया था जिसे सीएम ने पद से हटा दिया था। भटनागर ने कथित तौर पर ऑक्सीजन की आपूर्ति में बाधा डाली थी।

आईसीयू और अस्पताल में बाल चिकित्सा विभाग मामले के सिलसिले में दायर प्राथमिकी में कॉलेज के प्रिंसिपल समेत कुल 9 लोगों को नामांकित किया गया है।

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