गर्भवती महिलाएं पढ़े की महामारी कोरोना वायरस उनके लिए कितनी घातक है, कैसे करें बचाव?
Wed, 25 Mar 2020

कोरोना वायरस पूरी दुनिया में जैसे इंटरनेट के माध्यम से ख़बर फैलती है। ठीक उसी प्रकार यह महामारी एक इंसान से दूसरों इंसान में फ़ैल रही है। अब तक विश्व भर में 20 हजार लोगों इस महामारी ने मौत के घाट उतार दिया है। जबकि 4.5 लाख लोग इसके संक्रमण से जूझ रहे हैं। ऐसे में खास कर गर्भवती महिलाओं के लिए यह जानना बेहद जरूरी है कि यह वायरस उनके और उनके पेट में पल रहे बच्चे के लिए कितना ख़तरनाक साबित हो सकती है। आइए जानते हैं, गर्भवती महिलाओं को क्या करना चाहिए क्या नहीं-
- विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO कि मैने तो अगर गर्भवती महिलाओं में इस वायरस का कोई भी लक्षण दिखता है तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर जांच करानी चाहिए। और अगर अगर गर्भवती महिलाओं में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि होती है तो उन्हें इसके लिए विशेष ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ेगी।
- WHO की तरफ से कहा गया है कि अभी तक किसी गर्भवती महिला के गर्भ में मौजूद तरल या दूध (breastmilk) में नहीं पाया गया है। जिससे उसके गर्भ में मौजूद भ्रूण या हाल में जन्में बच्चे तक ये वायरस पहुंच सके । अभी तक कोई ऐसा ऐसा मामला नहीं पाया गया है।
- WHO कि जारी गाइडलाइंस के मुताबिक अगर इस वायरस के संक्रमण की वजह से मां कि तबीयत अधिक ख़राब हो जाती है । तो ऐसे में स्वस्थ होने तक वह बच्चे को सीधे अपना दूध नहीं पिला सकती तो इसके कई विकल्प हैं। इसके लिए मां को अपना दूध निकालकर बच्चे को (Expressing Milk) पिला सकती है।
- WHO का कहना है कि जरूरी नहीं कि कोविड-19 संदिग्ध या संक्रमित महिलाओं को ऑपरेशन के जरिये ही डिलीवरी करानी चाहिये। ऑपरेशन से डिलीवरी तभी होनी चाहिए जब चिकित्सकीय रूप से उसकी आवश्यकता पड़े। प्रसव किस तरह से हो ये महिला की इच्छा, चिकित्सकीय स्थितियों और अलग-अलग प्रसव कंडीशन पर निर्भर करता है। प्रसव के दौरान यह बेहद जरूरी है कि आपकी इच्छा के अनुसार कोई एक करीबी आपके साथ मौजूद रहे ताकि। वह आपकी देखभाल कर सके। मैटेरनिटी स्टॉफ (Maternity Staff) के साथ स्पष्ट संवाद होना बेहद आवश्यक है। अगर प्रसव के दौरान दर्द निवारण के लिए उचित पेन रिलीफ स्ट्रेटिजी (Pain Relief Strategies) डॉक्टर के कहे अनुसार ही खाएं।
कोवाड 19 नामक भयावह महामारी से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को भी वहीं सावधानियां बरतने की आवश्यकता है जो एक आम इंसान इस महामारी से बचने के लिए कर रहा है।
- सैनिटाइजर, अल्कोहल युक्त साबुन से निरन्तर अपने हांथ 20 सेकंड तक पानी से धोएं।
- सोशल डिसटैंसिंग अपनाना बेहद जरूरी है। जितनी दूरी हो सके उतनी दूरी लोगों से बनाए। यहां तक अपने परिवार के सदस्यों के साथ भी कम से कम दो मीटर की दूरी बना कर रखें। भीड़भाड़ वाले इलाके में भ्रमण न करे जितना हो सके अपने घर पर ही रहें।
- अपने हांथ को अपनी आंख, नाक व मुंह पर न ले जाए। क्योंकि आपके आंख, नाक व मुंह के माध्यम से यह वायरस आपके शरीर के अंदर जा सकता है।
- गर्भवती महिलाएं या जिन्होंने हाल में बच्चे को जन्म दिया है, अगर वो कोरोना वायरस से संक्रमित भी हैं तो वह अपना रूटीन ट्रीटमेंट जारी रखें। ताकि उनको पल पल की खबर मिलती रहे की उनका स्वास्थ कैसा है।
- जब खांसी या छींक आए तो मुंह और नाक को कोहनी मोड़कर कवर लें । या तो रुमाल या टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें और उस टिश्यू पेपर को बंद डस्टबीन डिब्बे में डाल दें।
- शरीर में कुनकुनाहट है, बुखार, सर्दी-जुकाम या सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो बिना देर किए तुरंत चिकित्सकीय मदद लें। और अस्पताल जाकर जांच कराएं।