पेट्रोल डीजल की कीमतों में कटौती, महंगाई से मिलेगी राहत
पेट्रोल डीजल कि बढती कीमतों से आम आदमी जहाँ परेशान है वही सरकार भी विपक्ष के तीखे हमले का सामना भी कर रही है. डीजल और पेट्रोल अपने उच्चतम स्तर को पार कर आसमान छूने को बेक़रार हैं वहीँ आम आदमी परेशान और सरकार भी हैरान है. सरकार ने इस पर काबू पाने के लिए एक नयी योजना शुरू की थी जिसकी वजह यह मानी गई थी इससे तेल कि कीमतों में कमी आएगी और जनता को महंगाई से राहत मिलेगी. यह योजना थी रोज पेट्रोल और डीजल की कीमतों की समीक्षा कर इन्हें बदलने की,हालंकि यह विफल रही और जनता को राहत के बदले आफत झेलनी पड़ रही थी.
हालंकि अब सरकार ने जो फैसला लिया है उसके हिसाब से जनता को आज से पेट्रोलियम पदार्थों की बढती महंगाई से राहत मिल सकती है.सरकार ने पेट्रोल और डीजल कि कीमत में कटौती का फैसला लिया है. कीमतों में कमी लाने के लिए सरकार ने बेसिक एक्साइज ड्यूटी में कटौती का फैसला किया है. इसमें कमी आने के बाद पेट्रोल और डीजल कि कीमतें दो रूपए प्रति लीटर सस्ती हो जाएँगी. यह कीमतें आज रात 12 बजे से प्रभावी होंगी. यहाँ यह भी बता दें कि पिछले तीन सालों में एक्साइज ड्यूटी में 126 फीसदी से भी ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई थी.
वित्त मंत्रालय ने अपने ट्विटर हैंडल से इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि बेसिक एक्साइज ड्यूटी में की गई है. इस कमी से सरकार को रेवेन्यू में सालाना 26,000 करोड़ रुपये का नुकसान होगा. इस साल के बचे हुए महीनों में यह नुकसान 13,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है.
गौरतलब है कि पेट्रोल और डीजल कि कीमतों में वृद्धि को लेकर सरकार कि चौतरफा आलोचना हो रही थी. हालांकि सरकार ने अपनी तरफ से सफाई देते हुए कहा था की अन्तराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में हुई वृद्धि कि वजह से कीमतें बढ़ी है और अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में कीमतों में वृद्धि के पीछे हार्वे तूफान को जिम्मेदार बताया गया था. यह एक तथ्य भी है कि हाल के दिनों में अन्तराष्ट्रीय बाज़ार में पेट्रोल 18% और डीजल 20% महंगा हुआ है सितंबर में भारतीय बास्केट क्रूड के रेट 171 रुपए प्रति बैरल यानी 5% बढ़ गए हैं. कुल मिलकर सरकार के तरफ से की गई यह कटौती महंगाई से त्रस्त जनता को बहुत हद तक राहत दे सकती है.