रयान इंटरनेशनल स्कूल के बाहर अभिभावकों का प्रदर्शन, सीबीआई जांच की मांग

गुरुग्राम के रयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र का गला रेंतकर हुई हत्या के बाद अब स्कूल प्रशासन पर अभिभावकों का गुस्सा फूटता दिख रहा है। कल 7 साल के प्रद्युम्न ठाकुर की लाश स्कूल के वॉशरूम में खून से सनी मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने बस के कंडक्टर को गिरफ्तार कर लिया था। वहीं इस घटना में स्कूल प्रिंसिपल को स्सपेंड कर दिया गया है। इस मामले में बस के कंडक्टर ने पुलिस के सामने कुर्कम की कोशिश में नाकाम रहने पर हत्या करने की बात स्वीकार की थी। लेकिन अभिभावकों का कहना है कि बस कंडक्टर को स्कूल प्रशासन फंसा रहा है। इस मामले में अभिभावक सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।

अभिभावकों ने की सीबीआई जांच की मांग

वहीं आज स्कूल के बाहर हजारों की संख्या में अभिभावक इक्ट्ठा हैं और वह प्रशासन से सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रशासन खुद को बचाने के लिए कंडक्टर को फंसा रहा है। उनका आरोप है कि प्रशासन उनकी मदद नहीं कर रहा है। पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि स्कूल को बंद करवाया जाए। उनका साफ तौर पर कहना है कि उनके बच्चे की मौत कंडक्टर ने नहीं की है। बल्कि स्कूल प्रशासन ने की है।

बच्चे से साफ कराए बोटल में लगे खून के धब्बे- अभिभावक
वहीं इस मामले में एक अन्य अभिभावक का कहना है कि उनकी बेटी प्रद्युम्न की ही कक्षा में थी। वहां स्कूल की टीचर ने प्रद्युम्न की वॉटर बोटल पर लगे खून के धब्बों को बच्चे से साफ करवाया।

स्कूल के बाहर अभिभावकों का प्रदर्शन
वहीं आज स्कूल के बाहर अभिभावकों के प्रदर्शन को देखते हुए स्कूल के बाहर सुरक्षाबल तैनात किया गया है। स्कूल के बाहर मौजूद अभिभावकों ने स्कूल का गेट तोड़ने की कोशिश भी की है। उनका कहना है कि यहां उनकी कोई सुन नहीं रहा है जबकि वह शांतिपूर्ण तरीके से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि वह अब रोडजाम कर के प्रदर्शन करेंगे।

पीएम से इंसाफ की गुहार
बस कंडक्टर ने कल पुलिस के सामने हत्या के जुर्म की बात कबूल की थी। उसने कहा था कि वह स्कूल के टॉयलेट में गया तब वहां प्रद्युम्न दिखा। जिसके साथ उनसे कुर्कम करने की कोशिश की। बच्चा शोर मचाने लगा तो डर की वजह से उसने बच्चे का चाकू से गला काट दिया। वहीं इस घटना के बाद से स्कूल प्रशासन के सुरक्षा इंतजामों पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। अभिभावकों का कहना है कि कोई स्कूल में चाकू लेकर कैसे गया। यहां प्रदेश सरकार के लगातार चुप रहने पर अभिभावकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इंसाफ की गुहार भी लगाई गई हैं।

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