गीतकार और लेखक वरुण ग्रोवर ने आजतक के एक कार्यक्रम में न्यूज चैनलों के कारनामों की पोल खोल दी.

गीतकार और लेखक  वरुण ग्रोवर ने आजतक के एक कार्यक्रम में न्यूज चैनलों के कारनामों की पोल खोल दी.

गीतकार और लेखक वरुण ग्रोवर ने न्यूज़ चैनल आजतक के कार्यक्रम साहित्य आजतक19 में न्यूज़ चैनलों के मौजूदा स्थिति की पोल खोल दी. न्यूज़ चैनलों पर होने वाले डिबेट को लेकर हुए एक अध्ययन के नतीजे हैरान करने वाले हैं.
वरुण ग्रोवर ने भारत के मुख्य चार हिन्दी न्यूज़ चैनलों आजतक, न्यूज़18, जी न्यूज़ और इंडिया टीवी पर चलाए गए डिबेट्स का हवाला दिया और कहा, 80 डिबेट्स पाकिस्तान को लेकर हुए हैं.आगे ग्रोवर ने पाकिस्तान के जीडीपी और भारत की जीडीपी के बीच के अंतर को बताते हुए कहा,

“उस देश की कोई हैसियत नहीं है हमारे टीवी पर, लेकिन क्यों 80 बार पाकिस्तान की बात हुई है और अपने देश के मुद्दों पर कोई बात नहीं हुई है . उनका (पाकिस्तान) का ईगो बढ़ता रहता है कि इतना बड़ा देश (हिंदुस्तान) जो हर मामले में हमसे क़रीब 40-50 साल आगे है, वो खुश होते होंगे की यहां का सबसे बड़ा चैनल हमपे हर रोज बात कर रहा है”.

दरअसल 2 नवंबर को दिल्ली में आजतक चैनल द्वारा आयोजित कराए जा रहे वार्षिक लिटरेचर फेस्टिवल में आमंत्रित किया गया था.यहां मसान, गैंग्स ऑफ वासेपुर और दम लगा के हईशा जैसे बेहतरीन फिल्मों किए गए उनके कामों पर चर्चा की गई.

गीतकार और लेखक  वरुण ग्रोवर ने आजतक के एक कार्यक्रम में न्यूज चैनलों के कारनामों की पोल खोल दी.

वरुण ग्रोवर .
File Photo.

ये अध्ययन पिछले कुछ महीनों में इन चैनलों द्वारा प्रसारित किए गए कुल 202 डिबेट्स के है. इसे Peeing Human नामक यूट्यूब चैनल चलाने वाले रमित वर्मा ने लोगों के सामने रखा, जिसकी सोशल मीडिया पर खूब चर्चा भी हुई. रमित इससे पहले गूगल जैसी कंपनियों में नौकरी कर चुके हैं . साल 2015 में इन्होने इस यूटयूब चैनल की स्थापना की .रमित वर्मा द्वारा किए गए अध्ययन पूरा लेख जोखा :

पाकिस्तान पर हमला- 79 डिबेट
विपक्ष पर हमला- 66 डिबेट
मोदी/संघ/ बीजेपी की तारीफ़-36 डिबेट
राम मंदिर- 14 डिबेट
बिहार बाढ़ – 3 डिबेट
चंद्रयान मून मिशन- 2 डिबेट
स्वामी चिन्मयानंद पर बलात्कार के आरोप- 1 डिबेट
PMC बैंक घोटाला- 1 डिबेट
अर्थव्यवस्था- कोई डिबेट नहीं
बेरोज़गारी- कोई डिबेट नहीं
शिक्षा- कोई डिबेट नहीं
स्वास्थ्य- कोई डिबेट नहीं
पब्लिक इंफ़्रास्ट्रक्चर- कोई डिबेट नहीं
किसानों की परेशानी- कोई डिबेट नहीं
ग़रीबी और कुपोषण- कोई डिबेट नहीं
महिला सुरक्षा- कोई डिबेट नहीं
पर्यावरण सुरक्षा- कोई डिबेट नहीं
मॉब लिंचिंग – कोई डिबेट नहीं
सरकार के फ़ैसलों पर सवाल- कोई डिबेट नहीं

करोड़ों दर्शकों तक पहुंच है इन चैनलों की.

जिन चार प्रमुख चैनलों का ऊपर में हवाला दिया गया , इनकी पहुंच करोड़ों दर्शकों तक है. भारत के सभी हिंदी भाषी राज्यों में सालों से इन न्यूज़ चैनलों ने अपना दबदबा कायम रखा है. BARC नामक संस्था जो भारत में टेलीविजन चैनलों पर दिखाए गए कार्यक्रमों का लेखा-जोखा रखती है , उनके द्वारा साल 2019 के 38 वें सप्ताह में प्रस्तुत किए गए व्यूअरशिप के आंकड़ों में अधिकतर इन्हीं न्यूज़ चैनल्स का दबदबा है .

चैनल                   दर्शकों की संख्या (शहरी)
आजतक –            65.773 मिलियन
न्यूज़ 18-              61.067 मिलियन
जी न्यूज़-              58.824 मिलियन
इंडिया टीवी-        58.101 मिलियन

पाकिस्तान ने भी लागू किया नया आदेश.

पाकिस्तान में सेटेलाइट टीवी चैनलों की मॉनिटरिंग करने वाली संस्था ‘पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटरी मीडिया अथॉरिटी’ (पेमरा) ने टॉक शो को लेकर अपनी राय रखने को लेकर टीवी एंकर्स पर रोक लगा दी है. वहां के एंकर अब चैनल पर टॉक शो के दौरान अपनी राय नही दे सकेंगे. इस आदेश में कहा गया है कि एंकर्स की भूमिका कार्यक्रम में उद्देशपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से मध्यस्थ की भूमिका निभाने की होती है. इस दौरान एंकर्स को किसी निजी मसले पर अपनी निजी राय, फैसला देने या पक्ष लेने से बचना चाहिए.

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