कमलनाथ सरकार पर गिरी गाज, राज्यपाल लालजी टंडन ने  सरकार को बहुमत सिद्ध करने का दिया निर्देश

कमलनाथ सरकार पर गिरी गाज, राज्यपाल लालजी टंडन ने  सरकार को बहुमत सिद्ध करने का दिया निर्देश

मध्यप्रदेश की राजनीति इस समय अपने उफान पर है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस तितर-बितर नजर आ रही है। जब से कांग्रेस के प्रमुख नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाथ छोड़  कमल का दामन थामा है तब से मध्यप्रदेश में और खलबली मची हुई है। शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह समेत भाजपा के कई नेता ने राज्य के राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की। जिसके सात घंटे बाद राज्यपाल लालजी टंडन ने कमलनाथ सरकार को सोमवार को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने का निर्देश दिया ।

कमलनाथ सरकार पर गिरी गाज, राज्यपाल लालजी टंडन ने  सरकार को बहुमत सिद्ध करने का दिया निर्देश

राजपाल लालजी टंडन के निर्देश दिए हैं कि विश्वास मत की प्रक्रिया वोटिंग बटन दबाकर की जाएगी और अन्य किसी प्रक्रिया से नहीं। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। राजपाल ने अनुच्छेद 174, 175 (2) के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करके कमलनाथ सरकार को फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है।

क्या कहता है अनुच्छेद 174 और 175

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174 और 175 में राज्य के राज्यपाल को कुछ शक्तियां दी गए हैं जिनका प्रयोग करके वह सरकार को बहुमत सिद्ध करने के लिए कह सकता है।

  • अनुच्छेद 173 : राज्‍य के विधान-मंडल की सदस्‍यता के लिए अर्हता
    अनुच्छेद 174 : राज्‍य के विधान-मंडल के सत्र, सत्रावहसान और विघटन
  • अनुच्छेद175 : सदन और सदनों में अभिभाषण का और उनको संदेश भेजने का राज्‍यपाल का अधिकार
  • अनुच्छेद 176: राज्‍यपाल का विशेष अभिभाषण

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल से मिलने के बाद कहा कि 22 विधायकों के इस्तीफ़े के बाद कांग्रेस सरकार अल्पमत में है।
रविवार को कांग्रेस नए विधायक दल की बैठक बुलाई है। जाहिर सी बात है इस बैठक में बहुमत सिद्ध कैसे किया जाए और क्या बहुमत के लिए पर्याप्त विधायक है कांग्रेस के पास या नहीं ??इसका निर्णय किया जाएगा?? अगर राजपाल कांग्रेस के 22 बागी विधायकों का इस्तीफा मंजूर करते हैं तो कांग्रेश के सदस्यों की संख्या 121 से घटकर 99 हो जाएगी। विधानसभा सदस्यों की संख्या 206 उर्दू में सिद्ध करने के लिए सरकार को 104 विधायक कब हासिल करना होगा।

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