कई ऐतिहासिक आन्दोलन का गवाह रहा जंतर मंतर हुआ खामोश, अब नहीं होगा कोई आन्दोलन और प्रदर्शन
अन्ना आंदोलन सहित कई आंदोलन का गवाह जंतर मंतर अब शांत नजर आएगा। अब यहां न कोई अनशन होगा न प्रदर्शन,न जनता जुटेगी न नेता न ही गगनभेदी नारे गूंजेंगे और न ही कोई धरना होगा।
जी हां, देश भर से आये लोगों के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आंदोलन और कई अहम और बड़े प्रदर्शन का गवाह रहा यह स्थान अब राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश के बाद इन कार्यों के लिए प्रयोग नही किया जा सकेगा। यह आदेश ध्वनि प्रदूषण को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई करने के बाद आया है।
आज एनजीटी ने अपने आदेश में दिल्ली सरकार को निर्देश देते हुए कहा है कि जंतर-मंतर इलाके में होने वाले सभी प्रदर्शनों और लोगों के इक्कठा होने पर तत्काल रोक लगाई जाए।
न्यायमूर्ति आर एस राठौर की अध्यक्षता वाली पीठ ने नई दिल्ली नगरपालिका परिषद को जंतर मंतर के पास लगे सभी ध्वनि विस्तारक यंत्र और अस्थाई ढांचों को हटाने का निर्देश भी दिया है।
एनजीटी ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि जो धरना प्रदर्शन वहां चल रहे हैं उन प्रदर्शनकारियों को वैकल्पिक स्थान मुहैया कराएं। कोर्ट ने वैकल्पिक स्थान के रूप में रामलीला का नाम भी सुझाया है।इस आदेश के बाद यह साफ है कि अब देश को दिशा देने वाले अन्ना आंदोलन जैसे आंदोलन का गवाह जंतर मंतर नही बन सकेगा।