Republic day 2019:आज है 70वां गणतंत्र दिवस, जानें कैसे मनाया गया था पहला गणतंत्र

Republic day 2019:आज है 70वां गणतंत्र दिवस, जानें कैसे मनाया गया था पहला गणतंत्र

आज देशभर में 70वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। भारत को आज़ादी मिलने के बाद 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ था और भारत एक स्वतंत्र गणतंत्र घोषित किया गया था। आज राजपथ पर भारत की 70वीं गणतंत्र दिवस परेड हो रही है। इस बार के गणतंत्र दिवस में ऐसी कई चीजें होंगी जो पिछले 70 सालों में पहली बार होंगी।

इनमें सेना की नई अधिग्रहीत आर्टिलरी गन का प्रदर्शन, सभी महिला अर्धसैनिक टुकड़ी द्वारा मार्च और सभी पुरुष टीमों का नेतृत्व करने वाली महिला अधिकारी आदि शामिल हैं। सेना में बोफोर्स तोपों के शामिल होने के तीस साल बाद पहली बार सेना अपनी नई बड़ी तोपों- M777 और K9 वज्र स्व-चालित बंदूकों का प्रदर्शन करेगी।

Republic day 2019:आज है 70वां गणतंत्र दिवस, जानें कैसे मनाया गया था पहला गणतंत्र

गणतंत्र दिवस परेड की दूसरी कमान के प्रमुख जनरल राजपाल पुनिया ने कहा, “पहली बार, सेना परेड में अपनी नई M777 A2 अल्ट्रा लाइट हॉवित्ज़र तोपों का प्रदर्शन करेगी, जो पिछले साल अमेरिका से खरीद कर सेना में शामिल किए गए थे। मोदी सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के तहत एल एंड टी द्वारा निर्मित एक अन्य तोप K9 स्व-चालित बंदूकें भी परेड में दिखाई जाएंगी।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर सबसे पहले 1971 के युद्ध में शहीद हुए जवानों को ‘अमर जवान ज्योति’ पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद वो परेड में शामिल होने के लिए राजपथ पर पहुंच गए हैं। यहां पीएम मोदी ने डॉ मनमोहन सिंह का अभिवादन किया और फिर राष्ट्रगान में शामिल हुए। राष्ट्रगान 21 तोपों की सलामी के साथ गाया जाता है। बता दें कि इस बार गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सायरिल रामफोसा हैं। उन्हें पीएम मोदी ने राजपथ पर 

क्यों मनाया जाता है गणतंत्र दिवस?

साल 1947 में भारत को आजादी मिलने के बाद साल भारत का संविधान लिखा गया। हमारा संविधान 26 जनवरी 1948 को बनकर तैयार किया गया था इसलिए इस दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता था। इसके बाद 24 जनवरी 1950 को संविधान की हस्तलिखित कॉपियों पर 308 सदस्यों ने हस्ताक्षर किये और उसके दो दिन बाद 26 जनवरी 1950 को सुबह 10.18 बजे इसे देशभर में लागू कर दिया गया था जिसके बाद से भारत देश एक गणतंत्र बना और इस दिन गणतंत्र दिवस मनाया जाने लगा।

पहले किसी एक जगह पर नहीं मनाया जाता था गणतंत्र दिवस

साल 1950 से 1954 तक गणतंत्र दिवस मनाने के लिए कोई एक स्थान निर्धारित नहीं था। पहले गणतंत्र दिवस का आयोजन लाल किले पर किया गया था, फिर नेशनल स्टेडियम, फिर किंग्सवे कैंप और फिर रामलीला ग्राउंड में और अंत में साल 1955 में राजपथ को स्थायी रूप से गणतंत्र दिवस के जश्न के लिए चुना गया। यहां पहली गणतंत्र दिवस की परेड हुई थी।

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