सरकार ने सेना को दी ‘इमरजेंसी पॉवर’ अब खुद फैसले लेगी सेना और करेगी कार्रवाई

भारत और चीन के बीच जारी तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने सेना को ‘इमरजेंसी पॉवर’ दे दी है। अब ‘इमरजेंसी पॉवर’ का इस्तेमाल करके सेना खुद फैसले लेकर चीन पर कार्रवाई कर सकती है। केंद्र सरकार ने सेना को कहा है कि वह मौजूद परिस्थितियों को देखते हुए इन विषम परिस्थितियों के निपटारे हेतु स्वयं फैसले ले सकती है।
भारत और चीनी सेना के बीच सोमवार देर रात हिंसक झड़प हुई थी। इस हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए और चीन के भी 43 जवान मारे गए हैं। भारत की सीमा में घुसकर चीन ने पहले भारतीय सैनिकों को उकसाया और फिर सैनिकों पर दंडो और नुकीली तार से हमला किया जिसके बाद भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की।
इस समय तीन पड़ोसी देशों के साथ भारत के रिश्ते सही नहीं चल रहे हैं। खासकर चीन के साथ भारत के रिश्ते एकदम गरम मिजाज के हैं। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान और चीन का सहयोग पाकर नेपाल भी भारत को धमकियां दे रहा है। इसी खटास भरे रिश्ते को देखते हुए भारत सरकार ने सेना को ‘इमरजेंसी पॉवर’ दे दी है। अब सेना जो चाहे वो कर सकती है। अगर चीन ने अब भारत से उलझने की कोशिश की तो भारतीय सेना बिना सरकार का आदेश पाए चीन पर कार्रवाई कर सकती है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी आज ( बुधवार ) चीन को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन अगर किसी ने भी हमे उकसाने की कोशिश की तो हम उस पर यथोचित कार्रवाई करने में सक्षम हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं देशवासियों को भरोसा देना चाहूंगा कि हमारे जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। हमारे लिए देश की एकता एवं संप्रभुता सबसे ज्यादा अहमियत रखती है। भारत शांति चाहता है लेकिन उसे उकसाया गया तो वह करारा जवाब देने की क्षमता रखता है।’
भारतीय सेना को ‘इमरजेंसी पावर’ मिलने से चीन के सैनिकों की धड़कन तेज हो गई होंगी। अब शायद ही चीनी सैनिक भारतीय सैनिकों को उकसाने की कोशिश करें! अगर चीनी सैनिक ऐसा करते भी हैं तो भारतीय सैनिक उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब देने को तैयार है।