उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालय की परीक्षा रद्दद, छात्रों को किया गया प्रमोट

कोरोना संक्रमण के प्रकोप को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ। सभी छात्राओं को पास कर दिया जाएगा। परीक्षाओं के आयोजन को लेकर एक बैठक की गई थी, जिसमें मेरठ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तनेजा की अध्यक्षता में समिति में एक रिपोर्ट सौंपी गई। सरकार ने सभी विश्वविद्यालयों को बच्चों को प्रमोट करने का समान फार्मूला तय करने के लिए कहा है। उत्तर प्रदेश में 18 राज्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के 48 लाख से अधिक विद्यार्थियों पर इसका असर होगा।
समिति ने अपनी रिपोर्ट उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को सौंप दी, और इस साल विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं नहीं कराने, सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के ही प्रमोट किए जाने का सुझाव दिया। समिति का कहना है कि कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में इतने सारे स्टूडेंट्स के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से परीक्षा दिलवाना काफी असंभव महसूस होता है।परीक्षाएं कराने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है ।
समिति ने दूसरे राज्यों के तर्ज पर यूपी में भी विश्वविद्यालय की परीक्षा नहीं कराने का निर्णय लिया है और बिना परीक्षा के सब छात्राओं को प्रमोट करने का सुझाव भी पेश किया है। डॉ दिनेश ने समिति के अध्यक्ष से कहा कि विश्वविद्यालय में कई परीक्षाएं संपन्न हो गई थी तो कुछ विश्वविद्यालयों में कुछ ही परीक्षाएं हो पाई थी।उन्होंने समिति को सभी विश्वविद्यालयों की स्थिति के अनुसार विद्यार्थियों को प्रमोट करने का सुझाव तैयार करने को कहा है।