Coronavirus: अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वासियों से मास्क पहने की करी अपील

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि “दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए एहतियाती कदम के तौर पर डीटीसी एवं कलस्टर बसों, मेट्रो और अस्पतालों को नियमित आधार पर संक्रमण मुक्त करने के आदेश दिए हैं। केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में अभी तक कोरोना वायरस के तीन मामले सामने आए हैं और एक मामले की जांच की जा रही है”।
केजरीवाल ने कहा कि “कोरोना वायरस मरीजों के लिए 25 अस्पतालों में 168 पृथक बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने दिल्ली के लोगों से अपील की कि यदि उनका कोई पड़ोसी पिछले 14 दिन में विदेश से लौटा है तो उन्हें सरकार को इसकी सूचना देनी चाहिए”।
मुख्यमंत्री ने रविवार को राज्य कार्य बल की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि “सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘डीटीसी, क्लस्टर बसों, दिल्ली मेट्रो और अस्पतालों को प्रतिदिन संक्रमण मुक्त करने के लिए एक आदेश जारी कर दिया गया है।” उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में कोरोना वायरस के अभी तक तीन मामले सामने आए हैं। एक मामले की अभी जांच की जा रही है। मैं यह सभी से कहना चाहता हूं कि दिल्ली सरकार को इसकी चिंता है लेकिन हम इससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। ‘‘घबराने की कोई जरूरत नहीं है और हमें सभी के सहयोग की जरूरत है।”
केजरीवाल ने कहा कि “तीन मामलों पर गौर करने के बाद पता चला कि पहला संक्रमित व्यक्ति 105 व्यक्तियों के सम्पर्क में आया, दूसरा पिछले 14 दिनों में 168 व्यक्तियों के सम्पर्क में आया जबकि तीसरा व्यक्ति 64 व्यक्तियों के सम्पर्क में आया। उन्होंने कहा, ‘‘इन लोगों के सम्पर्क में जो भी आया है उन्हें पृथक किया जा रहा है और उनके नमूने एकत्रित करके जांच की जा रही है।”
उन्होंने कहा कि “स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क पहनने की जरूरत नहीं है और घरों पर मास्क भंडार करने की भी जरूरत नहीं है। केजरीवाल की यह टिप्पणी दिल्ली में कोरोना वायरस के तीन पुष्ट मामले सामने आने के बाद बाजार में मास्क और हैंड सैनीटाइजर की मांग बढ़ने के बीच आई है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि कोई स्वस्थ व्यक्ति मास्क पहनता है तो ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है जब वह अपने हाथ का इस्तेमाल मास्क को ठीक करने के लिए करे। तब आप स्वयं को संक्रमित होने के खतरे में डालेंगे”।