भारत में चीनी सामान के बहिष्कार से घट रहा है चीनी कंपनियों का राजस्व

इन दिनों भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ देश में चीनी सामान के बहिष्कार की मांग भी काफी उठाई जा रही है। सीमा में तनाव की वजह से ही भारत में टिक टॉक , हेलो , बिगो लाइव और पब्जी जैसे चीनी एप्स के डाउनलोड काफी घट गए हैं। माना जा रहा है कि कई बड़े ब्रांड भी अपने विज्ञापन देने से पीछे हट रहे हैं।
अप्रैल से मई में टिक टॉक डाउनलोड 5 फीसदी गिरा है। हेलो ऐप में 10 फीसदी की गिरावट देखी गई है। इसी दौरान भारत में कई दुकानों पर मेड इन इंडिया वाले पोस्टर भी लग रहे हैं।
सोशल मीडिया पर एक मैसेज काफी वायरल हो रहा है कि भारत ने चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है। राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र जोकि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के अंतर्गत आता है ने एक आदेश जारी किया है। इसके तहत बताया जा रहा है कि गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल के ऐप स्टोर पर कुछ ऐप्लिकेशन्स को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया गया है। इस पर बयान देते हुए सरकार ने कहा है कि यह वायरल मैसेज बिल्कुल फेक है। सरकार ने ऐसा कोई भी आर्डर अब तक पास नहीं किया है।
भारत और चीन के बीच गलवन घाटी में 15 जून को हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए। जिससे भारत के लोगों में काफी गुस्सा भरा है। चीन को बायकाट करने से चीन के बिजनेस को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है। यह सब देखते हुए देश के नंबर वन मोबाइल ब्रांड Xiaomi ने अपने रिटेल स्टोर्स के बोर्ड को ढकना शुरू कर दिया है। इस बात की जानकारी ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन ने गुरुवार को दी थी।
ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन ने सभी चीनी मोबाइल ब्रांड को एक लेटर भेजा है और कहा है कि वह रिटेलर पर बात की इजाजत दे दे कि, कुछ महीनों तक उनके बोर्ड या हार्डिंग को ढका जा सके।