ख़ुशखबरी! क्या पतंजलि ने कोरोना की बना ली है दवा?

पूरी दुनिया के बड़े बड़े वैज्ञानिक इस समय जानलेवा वायरस कोरोनावायरस की वैक्सीन बनाने में जुटे है लेकिन अब तक कोई भी देश सफल नहीं हो पाया है । लेकिन पतंजलि योगपीठ ने ये दावा किया है कि कोरोनावायरस की उन्होंने दवा की खोज कर ली है। यह बिल्कुल आयुर्वेदिक दवा है। पतंजलि ने ये दावा किया है कि अब तक कई सारे मरीज़ इससे ठीक भी हो चुके है ।
पतंजलि के CEO आचार्य बालकृष्ण इस बात का खुलासा किया है और कहा है कि पतंजलि ने कोरोना की दवा बनाई है। जिसे अब तक सैंकड़ों मरीज़ ठीक भी हुए है। वही उन्होंने सैकड़ों मरीजों का डाटा भी रखा है। उन्होंने आगे ये भी बताया कि दवा का क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल का रिजल्ट भी आनेवाला है। और वही इस दवा का सेवन करने वाले 80 प्रतिशत लोग ठीक हो गए है। पतंजलि ने ये दावा ऐसे समय पर किया है जब देश कोरोना की चपेट में बहुत बुरी तरह से पड़ा है।
वही अगर देश में कोरोनावायरस के केसेज की बात करे तो कल पहली बार 24 घंटो में कोविड-19 संक्रमण के नये मामले 10,000 के पार पहुंच गए। भारत में अबतक संक्रमण के कुल मामले 2,97,535 हो गए हैं जबकि एक दिन में कुल संक्रमित लोगों में से सबसे अधिक 396 संक्रमित लोगों की मौत के साथ मृतक संख्या 8,498 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा ज़ारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक कल सुबह आठ बजे तक पिछले चौबीस घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 10,956 नये मामले सामने आए। पूरी दुनिया में भारत कोरोना प्रभावित की लिस्ट में चौथे नंबर पर है ।
बुधवार को वर्ल्डमीटर के रिपोर्ट अनुसार भारत ने ब्रिटिश को पीछे छोड़ दुनिया का चौथा सबसे अधिक प्रभावित देश बन गया। हालांकि देश के लिए एक राहत बाहरी खबर ये भी है कि यह लगातार दूसरे दिन भी यह स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या अब भी संक्रमित लोगों की तुलना में अधिक है। अब तक 49.47 प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण इस बात का खुलासा किया है और कहा है कि पतंजलि ने कोरोना की दवा बनाई है। जिसे अब तक सैंकड़ों मरीज़ ठीक भी हुए है। वही उन्होंने सैकड़ों मरीजों का डाटा भी रखा है। उन्होंने आगे ये भी बताया कि दवा का क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल का रिजल्ट भी आनेवाला है। और वही इस दवा का सेवन करने वाले 80 प्रतिशत लोग ठीक हो गए है। पतंजलि ने ये दावा ऐसे समय पर किया है जब देश कोरोना की चपेट में बहुत बुरी तरह से पड़ा है। अब देखना ये है कि क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल का रिज़ल्ट कितना सफ़ल रहता है और किस हद तक पतंजलि की ये दवा लोगो को कोरोनावायरस से बचने में सही साबित हो सकती हैं।