क्या है लॉक डाउन? जाने क्या रहेगा, बंद क्या रहेगा खुला?

कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए विभिन्न देश प्रयास कर रहे हैं यह महामारी भयावह रूप ले चुकी है भारत में संक्रमित लोगों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है अब तक भारत में 345 लोगों को संक्रमित पाया गया है जबकि 5 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में भी लॉक डाउन की नौबत आ चुकी है।
भारत में आज जनता कर्फ्यू लगा हुआ है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर पूर्ण रूप से इस संक्रमण पर काबू पाना है तो पूरे भारत को लाउड डाउन करना ही पड़ेगा। अब तक पंजाब, राजस्थान और उत्तराखंड समेत देश के 75 जिलों को 31 मार्च तक के लिए लॉक डाउन कर दिया गया है।
ऐसे में आपके लिए जानना बेहद जरूरी है कि लॉक डाउन की स्थिति कैसी होती है ? लॉक डाउन होने से आप पर क्या प्रभाव पड़ेगा? और लॉक डाउन होने से क्या खुले रहेंगे और क्या बंद रहेंगे? आइए आपको विस्तार से समझाते हैं लॉक डाउन के बारे में –
वैसे लॉक डाउन शब्द का प्रयोग पश्चिमी एशिया में स्थिति को सामान्य करने के लिए कई बार किया जा चुका है।
भारत में लोगों को घरों में रखने के लिए कर्फ्यू लगाया जाता है । या तो धारा 144 लगाकर भीड़ को काबू में किया जाता है या आपात स्थितियों से निपटा जाता है । कुल मिलाकर भारत में इमरजेंसी जैसी स्थित से निपटने के लिए धारा 144 जैसे कानून का सहारा लेना पड़ता है।
आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि लॉक डाउन का इस्तेमाल भारत में पहली बार हो रहा है। लॉक डाउन का सीधा मतलब है कि जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाओं पर पाबंदी यानी कुछ इमरजेंसी चीजों को छोड़कर सब कुछ बंद रहेगा। लोग अपने घरों में रहेंगे। लॉक डाउन के दौरान आपात स्थिति होने पर ही आपको घर से निकलने की अनुमति रहेगी।
इससे पहले लॉक डॉउन का इस्तेमाल में अमेरिका ने 9/11 आतंकी हमले के बाद तीन दिन के लिए पहली बार लॉकडाउन किया था।
2013 में बॉस्टन और 2015 में पेरिस हमले के बाद ब्रुसेल्स लॉकडाउन किया गया था।
लॉक डाउन के समय ऐसी रहेगी स्थिति
- दूध, सब्जी और दवा की दुकानें लॉकडाउन के दौरान खुले रहेंगे।
- अस्पताल और क्लीनिक भी इस दौरान खुले रहेंगे।
- इसके अलावा राशन की दुकानें भी खुली रहेंगी।
- किसी बेहद जरूरी काम के लिए भी प्रशासन की ओर से छूट मिल सकती है।
- अगर बहुत जरूरी हो तो लॉकडाउन में भी निजी वाहनों का प्रयोग किया जा सकता है।
- बिना वजह बाहर घूमने पर सरकार कार्रवाई कर सकती है।
- आपात व्यवस्था में एंबुलेंस को भी बुला सकते हैं।
अगर कोरोना वायरस को मात देनी है तो हम सब को एक साथ मिलकर इस लड़ाई में सरकार का समर्थन करना होगा और निर्देशित तत्वों के आधार पर ही चलना पड़ेगा । तभी इस भयावह स्थिति से निपटा जा सकता है। कुल मिलाकर आपकी सुरक्षा आपके हांथ में हैं।