दरिंदों की हैवानियत फिर आईं सामने, लॉक डॉउन के आड़ में दोस्त का ही किया रेप

पूरे देश में लॉक डॉउन लगा हुआ है ताकि कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचा जा सके। लेकिन समाज में कुछ ऐसे दरिंदे छिपे हैं, जो हमेशा इंसानियत को शर्मसार करते रहते हैं। झारखंड में 10 लड़को ने मिलकर रात भर एक जंगल में 16 वर्षीय छात्रा से रेप किया। इसकी जानकारी तब हुई, जब सुबह छात्रा होश में आई और पास के थाने में बयान दर्ज कराया।
यह घटना 24 मार्च की है जिस दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए पूरे देश में लॉकडॉउन की घोषणा की थी। छात्रा लॉक डॉउन के बाद अपने गांव लौट रही थी तो। उसने मदद के लिए अपने दोस्त को बुलाया था। उसका दोस्त अपने दोस्त को लेकर छात्रा के पास पहुंचा। फिर उन दोनों ने छात्रा से जबरजस्ती रेप किया और अन्य लोगों को भी बुलाकर उसका रेप करवाया। छात्रा रात भर जंगल में बेहोश पड़ी रही । और जब सुबह होश में आई तो उसने खुद पास के थाने में जाकर अपनी बीती बताई।
पूरा मामला झारखंड के दुमका का है। छात्रा किशोरी गोपीकांदर प्रखंड क्षेत्र की रहने वाली है। और यह दुमका शहर के शिवपहाड़ में किराए का कमरा लेकर एसपी कॉलेज से इंटर की पढ़ाई कर रही थी। लॉक डॉउन की घोषणा के बाद उसने घर जाना उचित समझा । रात का समय था तो दोस्त को मदद के लिए बोला लेकिन दोस्त ही हैवान निकले। सच मानव सभ्यता का अंत हो रहा है।
पुलिस को दिए बयान के अनुसार उसने करुदीह पहुंचने से पहले अपने घरवालों को फोन किया था कि आके उसे रिसीव कर लें। लेकिन घरवालों को अाने में लेट हो रहा था तो उसने अपने दोस्त विक्की उर्फ प्रसन्नजीत हांसदा को फोन किया । विक्की अपने दोस्त के पास वहां पहुंचा और वे तीनों लोग स्कूटी में बैठ के घर की आेर जाने लगे लेकिन विक्की घर की ओर जाने की बजाए दूसरे कच्चे और जंगल के रास्ते मुड़ गया। छात्रा के पूछने पर विक्की ने कहा कि उस रास्ते में चेकिंग लगी हुई है। विक्की ने सूनसान जंगल में बाइक रोक दी और कहा कि उसे सौच करना है। विक्की शौच करने जंगल में घुस गया और छात्रा उसके अंजान दोस्त के साथ खड़ी रही। और फिर जब विक्की आया तो ओ और उसके दोस्त ने मिलकर छात्रा के साथ रेप किया। इसके बाद अन्य 8 लोग और आए उन्होंने ने भी छात्रा के साथ रेप किया।
एक देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ रहा है। दूसरे तरफ़ ए दरिंदे अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे में देश को दो तरफा लड़ना पड़ रहा है। एक तो इन हैवानों से दूसरी ओर महामारी से।