बिकरू कांड की एसआईटी जांच में हुआ बड़ा खुलासा, विकास दुबे की पत्नी रिचा पर दर्ज होगा, केस

जैसा कि हम सभी जानते हैं। कुख्यात अपराधी विकास दुबे का एनकाउंटर कुछ दिन पहले पुलिस के हाथ किया गया था।विकास दुबे का तो एनकाउंटर हो गया पर जांच अभी भी चालू है।
आपको बता दे की बिकरू कांड की एसआईटी जांच की गई जिसमें एक बहुत बड़ा खुलासा हुआ। कुख्यात अपराधी विकास दुबे की पत्नी के साथ उसके रिश्तेदार और जान पहचान के लोगों के नाम पर दुबलीकेट डॉक्यूमेंट पर सीम लिया गया था । जिसके बाद एसआईटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला प्रशासन ने इन सभी लोगों पर डुप्लीकेट डॉक्यूमेंट पर सिम लेने के आरोप में केस दर्ज करने के लिए आदेश दिया है।
पुलिस ने जब जांच किया तो जांच में पता चला कि जय बाजपेई का पासपोर्ट फर्जी डॉक्यूमेंट से बनाया गया है। जांच करने के बाद पुलिस ने बताया कि विकास दुबे की पत्नी रिचा, मोनू, अरविंद त्रिवेदी, राजू वाजपेयी, विष्णु पाल, दीपक, शिव तिवारी, शांति देवी, खुशी, रेखा यह सभी लोग डुप्लीकेट आईडी पर सिम लेकर लोगों से बात कर रहे थे।
जिसके बाद पुलिस ने इन सभी लोगों के मोबाइल नंबरों का डीटेल्स निकलवाया।उसके बाद इन सभी लोगों के खिलाफ अपर मुख्य सचिव और एसआईटी अध्यक्ष संजय भूसरेड्डी के आदेश के अनुसार कार्यवाही करने के लिए पुलिस को कहा गया ।
पूलिस को जब जय बाजपेई के पासपोर्ट के बारे मे जानकारी मिली।जिसके बाद पुलिस ने पासवर्ड के बारे में खोजबीन करना शुरू कर दिया। खोजबीन करने के बाद पुलिस को पता चला कि जय बाजपेई अपना अपराध छुपाने के लिए जो पासपोर्ट बनवाया था। वह दुबलीकेट डॉक्यूमेंट के द्वारा बनवाया गया था और उस पर पता भी कहीं और का डाला हुआ था।
जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि बिकरू कांड में पुलिस ने लगभग 3 महीने के के बाद 36 आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में मामला दर्ज करवाया था, लेकिन अभी भी दो आरोपी फरार है। जैसा कि हम सभी जानते हैं,विकास दुबे के साथ ही छह आरोपी मारे गए थे। चार्जशीट के अनुसार इस घटना साजिशों के साद अंजाम दिया गया था। विकास दुबे का एनकाउंटर करने में सबसे अहम भूमिका पुलिस का ही था जो विकास दुबे के पीछे हमेशा साए की तरह लगा रहता और अपने टीम को विकास दुबे के हर एक बात का खबर देता रहता था।