बिहार में गर्माई है सियासत, जेडीयू ने प्रशांत किशोर और पवन कुमार को किया निष्कासित

बिहार में गर्माई है सियासत, जेडीयू ने प्रशांत किशोर और पवन कुमार को किया निष्कासित

बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ देखने को मिला है बिहार की सत्ता में काबिज जनता दल यूनाइटेड ने अपने पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और महासचिव पवन वर्मा को निष्कासित कर दिया है। बिहार में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव भी होना है। जेडीयू के लिए इतना बड़ा फैसला चुनाव में जदयू की मुश्किलें बढ़ा सकता है। 

क्यों किया गया निष्कासित

दरअसल बिहार में नागरिकता संशोधन कानून(CAA) और  राष्ट्रीय रजिस्टर सिटिजनशिप (NRC) को लेकर विपक्षी दल का लगातार विरोध जताते रहे हैं। इसी को लेकर जेडीयू  पार्टी अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए को समर्थन के कारण उनकी आलोचना करते रहे हैं। प्रशांत किशोर सीएए के मुद्दे पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के स्टैंड की तारीफ भी कर चुके हैं।  कई मौकों पर प्रशांत किशोर ट्वीट करके सीएम नीतीश कुमार पर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर तंज कसते दिखे हैं  

प्रशांत किशोर अलग अलग पार्टियों से ताल्लुक रख चुके हैं। उन्होंने 2018 में जदयू का दामन था, उनका यह सफर दो साल तक भी नहीं चल सका और पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है। 

निष्कासित होने के क्या बोले प्रशांत और पवन

जेडीयू ने जैसे पार्टी के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और महासचिव पवन वर्मा को निष्कासित किया उसके तुरंत बाद ही दोनों ने  सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तंज कसते हुए कहा कि अपका बहुत बहुत धन्यवाद, शुक्रिया  दोनों ने कहा कि हमारी आपको  यही शुभकामनाएं हैं कि आप बिहार के मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रहें। भगवान आपका भला करे। बिहार के मुख्यमंत्री पद पर बरकरार रहें। भगवान आपका भला करे। 

इसी बीच दिल्ली में भी 9 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं जेडीयू के लिए इतना बड़ा फैसला सरदर्द साबित हो सकता है

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