भ्रष्टाचार मामले में बिहार शिक्षा मंत्री ने दिया इस्तीफा, आज ही संभाली थी कुर्सी

हाल ही में बिहार सरकार में चुने नए शिक्षा मंत्री मेवालाल लाल चौधरी आज अपने ओहदे से इस्तीफा दे दिया है। मेवालाल ने आज सुबह अपनी कुर्सी की जिम्मेदारी संभाली थी बताया जा रहा है कि नए शिक्षा मंत्री मेवालाल पर भ्रष्टाचार का इल्जाम लगा था जिसे कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।
माना जा रहा है जबसे मेवालाल को शिक्षा मंत्री बनाने की बात चल रही थी तभी से विपक्षी पार्टी आरजेडी और कांग्रेस उन पर हमला बोल रहे थे और साथ ही उनके शिक्षा मंत्री बनने का विरोध भी कर रहे थे कुछ दिनों पहले आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा गया था तेजस्वी जहां पहली कैबिनेट में पहली बार कलम से 1000000 नौकरियां देने को प्रतिबद्ध था वहीं नीतीश ने पहली कैबिनेट में नियुक्ति घोटाला करने वाले मेवालाल को मंत्री बना अपनी प्राथमिकता बता दी।
मेवालाल के इस घोटाले का खुलासा 4 साल पहले कई मीडिया हाउस ने किया था। दरअसल मेवालाल भागलपुर के एक कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति थे और जिस विद्यालय में एक बार असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का विज्ञापन निकला था जिनमें कुल 280 सीटें थी लेकिन उन पर यह आरोप लगा कि परीक्षा के बाद सिर्फ 160 लोगों की नियुक्ति हुई जबकि जिन्हें कम नंबर मिले थे उन्हें पैसे लेकर पास करवाया गया और ज्यादा अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया था। माना जाता है कि मेवालाल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी हैं।
इस बार से मुंगेर की तारापुर सीट से जीतकर वो विधायक बने हैं और अब शिक्षा मंत्री बना दिए गए. नई नीतीश सरकार में आज नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है. इनमें से 7 नेता बीजेपी कोटे और 5 नेता जेडीयू कोटे से मंत्री बने हैं.