करॉना वायरस से जूझ रहे चीन को मदद के लिए भारत भेजेगा चिकित्सा सामग्री

चीन करॉना वायरस के प्रकोप से बुरी तरह पीड़ित है। यह वायरस धीरे धीरे करके फैलता ही जा रहा है। चीन इस वायरस से निपटने के लिए तरह तरह के उपाय करने में जुटा है। वहीं भारत ने चीन के मदद के लिए अपने कदम बढ़ाए है।
भारत चीन को करॉना वायरस से लड़ने के लिए चिकित्सा सामग्री के निर्यात की मंजूरी दे दी है। इसके लिए भारत सरकार ने सभी तरह के व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के निर्यात पर लगी रोक में ढील दी है। ची
के परेशानियों को देखते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को करॉना वायरस से निपटने में भारत की तरफ से मदद की पेशकश की है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लेटर में पीएम मोदी ने करॉना वायरस को लेकर चिनफिंग और चीन के लोगों के प्रति एकजुटता का इजहर किया।
इस वायरस से अब तक इतने लोगों की हो चुकी है मौत
करॉना वायरस के चलते मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। अभी तक की जानकारी के मताबिक लगभग 908 लोगों की मौत हो चुकी है और 40000 लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। करॉना वायरस की महामारी से मुकाबला करने में चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के नेतृत्व में विशेषज्ञों का दल भी सोमवार को चीन पहुंचा है। मौत का शिलशिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। वहीं चीन से जापान में एक भी यह महामारी फैल रही है । तो दूसरी तरफ चीन के वुहान शहर में रह रहे में 60 वर्षीय अमेरिकी नागरिक की भी कोरोना वायरस ने ले ली, इसकी पुष्टि अमेरिकी दूतावास ने कि है।
इस बीमारी से लड़ रहे रोगियों और डॉक्टरों में मानसिक समस्याएं विकसित हो रही हैं। इसी को देखते हुए चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने दो फरवरी को एक नोटिस जारी कर स्थानीय एजेंसियों को मानसिक सहायता और परामर्श मुहैया कराने का आग्रह किया था। इसका उद्देश्य इस बीमारी से परेशान लोगों के आक्रामक व्यवहार और मानसिक समस्याओं को नियंत्रित करने का था।
करॉना वायरस के चलते चीन में मंदी का दौर चल रहा है। इस वायरस के चलते अनेकों व्यापार ठप पड़े हैं। इससे चीन को तो घाटा हो ही रहा है साथ ही साथ चीन से व्यापारिक संबंध रखने वाले देशों के इकॉनमी पर भी असर देखने को मिल रहा है।